छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले के करेगुट्टा पहाड़ियों में सुरक्षाबलों ने एक बड़े एंटी-नक्सल ऑपरेशन के तहत 22 नक्सलियों को मार गिराया है। यह कार्रवाई ऑपरेशन सिंदूर के बाद की गई है, जिसमें सुरक्षाबलों ने नक्सलियों के खिलाफ निर्णायक कदम उठाया है।
सूत्रों के अनुसार, यह ऑपरेशन 21 अप्रैल से जारी है और इसमें अब तक चार महिला नक्सलियों के शव बरामद किए गए हैं, साथ ही एक .303 राइफल भी जब्त की गई है। करेगुट्टा क्षेत्र, जो छत्तीसगढ़-तेलंगाना सीमा के पास स्थित है, लंबे समय से नक्सल गतिविधियों का केंद्र रहा है।
सुरक्षाबलों ने इस क्षेत्र में 200 से अधिक आईईडी (इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस) बरामद किए हैं, जो नक्सलियों की ओर से संभावित हमलों की योजना का संकेत देते हैं। इसके अलावा, नक्सलियों के कई बंकर और ठिकानों को भी ध्वस्त किया गया है।
इस ऑपरेशन में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF), जिला रिजर्व गार्ड (DRG), और अन्य सुरक्षा एजेंसियों के लगभग 24,000 जवान शामिल हैं। सुरक्षाबलों की तैनाती 5,000 फीट ऊंची करेगुट्टा पहाड़ियों पर की गई है, जिससे नक्सलियों की गतिविधियों पर कड़ी नजर रखी जा रही है।
गृह मंत्री अमित शाह ने इस सफलता पर कहा, "आज हमारे जवानों ने 'नक्सल मुक्त भारत अभियान' की दिशा में एक और बड़ी सफलता हासिल की है।" उन्होंने नक्सलवाद के खिलाफ सरकार की "जीरो टॉलरेंस नीति" को दोहराया है।
यह ऑपरेशन नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में सुरक्षा बलों की बढ़ती पकड़ और नक्सलियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का संकेत देता है। स्थानीय प्रशासन और सुरक्षा एजेंसियां इस क्षेत्र में शांति स्थापित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।