दिनांक: 02-09-2018 (1)
घोड़ासहन (मोतिहारी)
ओडीएफ को लेकर डीएम ने की समीक्षा बैठक
कीचड़युक्त सड़क और नारकीय पोखर के उद्धार के लिए डीएम को सौंपा गया ज्ञापन
स्थानीय प्रखंड परिसर में रविवार को ओडीएफ को लेकर जिलाधिकारी रमण कुमार ने पदाधिकारियों व जनप्रतिनिधियों के साथ एक समीक्षा बैठक की। इस दरम्यान डीएम ने पदाधिकारियों को ओडीएफ के प्रति लोगों को और जागरूक करने और हर व्यक्ति के लिए शौचालय उपलब्ध कराये जाने का लक्ष्य पर कार्य करने की बात कही। वहीं इसमें स्थानीय जनप्रतिनिधियों को भी सहयोग करने की अपील की गई। दूसरी तरफ ऐसे देखा जा रहा है कि अभी भी लोग शौचालय उपयोग करने की आदत नहीं डाल रहे हैं। इसके लिए नये सिरे से जागरूकता की जरूरत है।
वहीं मौके पर उपस्थित विधानसभा पूर्व प्रत्याषी प्रभु नारायण ने जिलाधिकारी के समक्ष ओडीएफ व षहर की नारकीय स्थिति से अवगत कराते कई मुद्दों का एक ज्ञापन सौंपा। डीएम को सौंपे अपने ज्ञापन में श्री नारायण ने डीएम ध्यान घोड़ासहन बाजार के नारकीय स्थिति की ओर आकृश्ट कराते बताया है कि वैसे घोड़ासहन बाजार घोड़ासहन दक्षिणी पंचायत के रूप में जाना जाता है। जो सांसद आदर्ष ग्राम के रूप मंे चयनित भी है। परन्तु इस पंचायत के घनी आबादी के चारो तरफ से तीन पंचायतों की भी घनी आबादी लगभग दो किलोमीटर के अन्दर एक लाख से अधिक होने के कारण घरों से निकलने वाले नाले का पानी एवं बरसाती पानी के निकासी की समुचित व्यवस्था नही होने के कारण सड़कों पर जल जमाव हो जाता है और सड़के टूट गई है तथा गढे व कीचड़ में तबदिल हो गया है। जिसमें पैदल चलना भी मुस्किल हो गया है। बाजार के चारों तरफ विद्यालय होने के कारण बच्चें एवं बच्चियां विद्यालय जाने के क्रम में गिर जाते हैं। घोड़ासहन प्रखंड मुख्यालय और अंतर्राश्ट्रीय सीमा नेपाल से सटे होने के कारण लोगों की आवाजाही काफी होती है और आए दिन आम जनता भी इसके षिकार होते हैं।
घोड़ासहन वैसे तो नगर पंचायत ही नही नगर परिशद की अर्हाता पूरा करता है। परन्तु दुर्भाग्य से वर्शो से कई बार सरकार का ध्यान आकृश्ट कराने के बाद भी इस पर ध्यान नही गया। आपसे आग्रह करते हैं कि उपरोक्त एवं निम्नलिखित समस्याओं के समाधान के लिए अनिवार्य कदम उठाया जाए। ताकि यहां के लोगों को भी सरकार के सात निष्चय एवं सांसद आदर्ष ग्राम योजना का पुंरा लाभ मिल सके और गंदगी और टूटे सड़क से मुक्ति मिल सकें।
1) घोड़ासहन बाजार में मास्टर प्लान नाले का निर्माण हो जो वर्शो से लम्बित है।
2) घोड़ासहन बीरता चौक से झरौखर-ढाका पहूँच पथ जो मिडिल स्कूल होते हुए जाती है उसका निर्माण हो।
3) घोड़ासहन अम्बेडकर चौक से श्रीपुर कुण्डवा चैनपुर रोड में नाला व सड़क का निर्माण।
4) घोड़ासहन बाजार के मेन रोड बाजार रोड सड़क का निर्माण।
5) घोड़ासहन डाक बंगला से लैन भोरहर होते हुए श्रीपुर कवैया रोड का निर्माण।
6) बिषुनपुर पंचायत के अमवा से जमुनिया छितरौली तक सड़क निर्माण।
7) श्रीपुर खास से कवैया बैधनाथपुर सड़क का निर्माण।
8) घोड़ासहन गैस गोदाम से अम्बिका टॉकिज रोड का निर्माण।
9) घोड़ासहन बाजार में अवस्थित दोनो पोखर (तलाब) का सौन्दैर्यीकरण।
10) बन्द पड़े सभी ट्यूबवेल को चालू किया जाए।
11) घोड़ासहन को नगर परिशद बनाया जाए।