दिनांक: 23-05-2018 (1)
घोड़ासहन (मोतिहारी)
नहीं रहे हास्य कलाकार मथुरा साह
घोड़ासहन (मोतिहारी)
नहीं रहे हास्य कलाकार मथुरा साह
मंगलवार की देर संध्या प्रखंड क्षेत्र के मशहूर हास्य कलाकार मथुरा साह का निधन हो गया। वे 70 वर्ष के थे। उन्होंने अपने पैतृक गांव टोनवा में अंतिम साँस ली। वे कुछ महीनों से फेफड़े की बिमारी से ग्रसित थे। वे अपने पीछे तीन पुत्रियाँ व दो पुत्रों को छोड़ गये। वे सभी अब वैवाहिक जीवन व्यतीत कर रहे हैं। उनके निधन से गाँव में शोक की लहर दौड़ गयी।
लम्बे, छरहरे व्यक्तित्व वाले मथुरा साह का पूरा नाम श्री मथुरा नंद साह तेली था। सन् 1977 में टोनवा में ष्चंबल घाटी के लुटेरेष् नाटक का मंचन किया गया था जिसमें उन्होंने हास्य कलाकार टूनटून राम की भूमिका अदा की थी। तब से अब तक उनके अभिनय कला ने दर्शकों के मस्तिष्क पर एक अमिट छाप छोड़ दिया। जिसकी चर्चा उनके बाद वाली पीढ़ी में भी है। टूनटून राम की भूमिका में उनके तकिया कलाम शब्द ष्इसीलिए मेरे बाप ने कहा थाष् को याद कर आज भी ग्रामीण हँसी से लोट -पोट हो जाते हैं।
बच्चों से विशेष लगाव रखने वाले मथूरा साह न केवल हास्य कला के धनी थे अपितू एक मशहूर गुड़ व्यापारी भी थे। सीमावर्ती भारत -नेपाल में वे गुड़ की व्यापार के लिए विख्यात थे। उनके निधन पर नाटक का मंचन करने वाले रामराजा प्रसाद, लालबाबू प्रसाद, शिवशंकर जायसवाल, रामदत प्रसाद, हरिहर प्रसाद, सुरेश जायसवाल, हरिचरण राय, जगदेव प्रसाद समेत अन्य ने शोक व्यक्त किया है।