मनी क्राईसिस को लेकर ग्राहक सडक पर उतर आए और यातायात को बाधित किया

दिनांक:- 05-12-2016 (1) 
घोडासहन (मोतिहारी)
नोट बंदी के बाद स्थानीय बैंकों में काफी भीड़ भाड देखने को मिल रही है। कारण पैसों का न मिलना बताया जा रहा है। स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के पुरनहिया शाखा में कर्मचारियों के टालमटोल के कारण प्रतिदिन ग्राहक जमकर बवाल काट रहें है। आए दिन मनी क्राईसिस को लेकर तबाह सैकडो की संख्या में ग्राहक सोमवार को सडक पर उतर आए और यातायात को बाधित किया।
करीब आधा घंटा तक अफरा तफरी का माहौल बना रहा। सूचना पर पहूँचे जमादार निर्मल उरांव द्वारा मामले को संभाला और यातायात चालू हो सकी। ग्राहाकों का आरोप था कि आए दिन बैंक प्रबंधन के द्वारा मुख्य गेट पर कैश नही होने की सूचना चस्पा की जा रही है। जबकि लोग राशि निकासी को लेकर परेशान हैं। ग्राहक सुबह 6 बजे से लाईन लगकर अपनी-अपनी बारी की प्रतीक्षा करते है। परन्तु कर्मियों के मिलीभगत से अन्दर-ही-अन्दर कई खातों में चेक नगदी सहित कई तरह ट्रांन्जेक्शन किए जाते है। इधर ग्राहकों ने प्रबंधन पर निष्क्रियता का भी आरोप लगाया।
खाताधारकों के अनुसार इसके पूर्व भी भारतीय स्टेट बैंक शाखा पुरनहिया के मैनेजर तथा कर्मचारियों द्वारा ग्राहको को यह बताया जा रहा था कि 8 नवंबर से नरेन्द्र मोदी द्वारा नोटबंदी के एलान के बाद जमा पैसो की निकासी अभी नही होगी। जिसका नोटिस बैंक परिसर में भी जगह-जगह लगाया गया था। वहीं भारतीय स्टेट बैंक के क्षेत्रीय प्रबंधक के द्वारा स्पष्ट रूप से इस तरह के निर्देश से इनकार किया गया और ऐसे चस्पा हटाने का निर्देश दिया था। जिसके बाद आनन-फानन में बैंक परिसर में ग्राहको के लिए लगे नोटिस को हटा दिया गया और तब से ही कैश नही है की नोटिस लगा दी गई। शाखा प्रबंधक ने कहा कि शनिवार को विलम्ब से कैस आई थी। जिसको लेकर रिसिव नही किया जा सका। मुख्यालय को सूचना दी गई है। कैस उपलब्ध होते ही निकासी का काम शुरू करा दिया जाएगा।
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